Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
O Lord! I beseech Your aid and seel your divine blessing at this very instant. Help save and secure me. Demolish my enemies with all your Trishul. Release me within the torture of evil ideas.
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
अर्थ: हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक shiv chalisa in hindi हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
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ब्रह्म – कुल – shiv chalisa lyricsl वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।